THE BEST SIDE OF SIDH KUNJIKA

The best Side of sidh kunjika

The best Side of sidh kunjika

Blog Article



देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः

धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा।।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः

रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.

Salutations into the Goddess that has the form of root chants Who with the chant “Aim” has the form on the creator Who by the chant “Hreem” has the shape of one who normally takes treatment of almost everything And who by the chant “Kleem” has the form of enthusiasm

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः

येन मन्त्रप्रभावेण चण्डीजापः शुभो भवेत् ॥ get more info १ ॥

देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि

ऐंकारी सृष्टिरूपायै ह्रींकारी प्रतिपालिका ।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः

श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

The most important Kunjika Strotam reward and miracle is that it's got the opportunity to take away all troubles from just one’s daily life.

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ परम कल्याणकारी है। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र आपके जीवन की समस्याओं और विघ्नों को दूर करने के लिए एक शक्तिशाली उपाय है। मां दुर्गा के इस स्तोत्र का जो मनुष्य विषम परिस्थितियों में वाचन करता है, उसके समस्त कष्टों का अंत होता है। प्रस्तुत है श्रीरुद्रयामल के गौरीतंत्र में वर्णित सिद्ध कुंजिका स्तोत्र। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के लाभ

Report this page